क्लास 10th सामाजिक विज्ञान (इतिहास)

1. यूरोप में राष्ट्रवाद को फैलाने में नेपोलियन बोनापार्ट किस तरह सहायक हुआ?

उतर:– यूरोप में राष्ट्रीयता की भावना के विकास में फ्रांस की राज्यक्रांति तत्पश्चात नेपोलियन के आक्रमणों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। यूरोप के कई राज्यों में नेपोलियन के अभियानों द्वारा नवयुग का संदेश पहुंचा। नेपोलियन ने जर्मनी और इटली के राज्यों को भौगोलिक नाम की परिधि से बाहर कर उसे वास्तविक एवं राजनीतिक रूपरेखा प्रदान की जिससे इटली और जर्मनी के एकीकरण का मार्ग प्रशस्त हुआ। दूसरी तरफ नेपोलियन की नीतियों के कारण फ्रांसीसी प्रभुत्व और अधिपत्य के विरुद्ध यूरोप में भक्ति पूर्ण विभूति जगह। इस प्रकार यूरोप में राष्ट्रवाद को फैलने में नेपोलियन बोनापार्ट की अहम भूमिका थी। क्लास 10th सामाजिक विज्ञान (इतिहास)

2. गैरीबाल्डी के कार्यो की चर्चा करें।

उतर:– गैरीबाल्डी ने अपने कर्मचारियों तथा स्वयं सेवकों की सशस्त्र सेना बनाई। उसने अपने सैनिकों को लेकर इटली के प्रांत की असली तथा नेपल्स पर आक्रमण किया। इन रियासतों की अधिकांश जनता बुढ़वो राजवंश के निरंकुश शासन से तंग होकर गैरीबाल्डी की समर्थक बन गई। गैरीबाल्डी ने यहां गणतंत्र की स्थापना की तथा विक्टर इमैनुएल के प्रतिनिधि के रूप में वहां की सत्ता संभाली। दक्षिणी इटली के जीते गए क्षेत्रों को बिना किसी संधि के गैरीबाल्डी ने विक्ट्री मैनुअल को सौंप दिया। वह अपनी सारी संपत्ति राष्ट्र को समर्पित कर साधारण किसान की भांति जीवन जीने की ओर अग्रसर हुआ। इटली के एकीकरण में गैरीबाल्डी का महत्वपूर्ण योगदान था।

3. जर्मनी के एकीकरण की बाधाएं क्या थी ?

उतर:– जर्मनी पूरी तरह से विखंडित राज्य था जिसमें लगभग 300 छोटे बड़े राज्य थे। उनमें धार्मिक राजनीतिक तथा सामाजिक विषमता ए भी मौजूद थी। वहां प्रसाद शक्तिशाली राज्य था एवं अपना प्रभाव बनाए हुए था। उसमें जर्मनी राष्ट्रवाद की भावना का अभाव था जिसके कारण एकीकरण का मुद्दा उनके पक्ष में नहीं था।

4. मेटरनिख युग क्या है?

उतर:– नेपोलियन के पतन के बाद यूरोप की बिजाई शक्तियां ऑस्ट्रिया की राजधानी बयाना 1815 ईस्वी में एकत्रित हुई। इनका उद्देश्य यूरोप में पुनः उसी व्यवस्था को कायम करना था जिसे नेपोलियन के युद्धों और विजयों ने अस्त-व्यस्त कर दिया था। 1815 ईस्वी में एकत्रित बयाना कांग्रेस का नेतृत्व ऑस्ट्रिया के चांसलर मेटरनिख ने किया था जो घूर प्रतिक्रियावादी था। 1815 से 1848 तक के काल को यूरोप में मेटरनिख युग के नाम से जाना जाता है।

5. 1848 इसवी के फ्रांसीसी क्रांति के क्या कारण थे ?

उतर:– लुई फिलिप एक उदारवादी शासक था किंतु वह बहुत ही महत्वकांक्षी शासक था। उसने अपने विरोधियों को खुश करने के लिए स्वर्णिम माध्यम वर्गीय नीति का अवलंबन करते हुए 1840 ईसवी में गीतों को प्रधानमंत्री नियुक्त किया जो कट्टर प्रतिक्रियावादी था। वह किसी भी तरह के वैधानिक सामाजिक एवं आर्थिक सुधारों के विरुद्ध था। लुई फिलिप ने पूंजीपति वर्ग को साथ रखना पसंद किया जिसे शासन में कोई अभिरुचि नहीं थी और जो अल्पमत में भी था। उसके पास कोई भी सुधारात्मक कार्यक्रम नहीं था और ना ही उसने विदेश नीति में ही किसी तरह की सफलता हासिल हो रहा था। उसके शासनकाल में भुखमरी एवं बेरोजगारी व्याप्त होने लगी जिसके कारण 1848 की क्रांति हुई। क्लास 10th सामाजिक विज्ञान (इतिहास)

6. इटली के एकीकरण में मेजिनी के योगदान का वर्णन करें।

उतर:– मैजिनी साहित्यकार जनतांत्रिक विचारों का समर्थक और योग सेनापति था पुलिस स्टाफ व राष्ट्र वादियों द्वारा गठित कार्बोनरी दल का सदस्य था।

1830 ईस्वी के फ्रांसीसी क्रांति के प्रभाव से इटली अछूता नहीं रहा मैजिनी ने इन नागरिक आंदोलन का उपयोग करते हुए उत्तरी और मध्य इटली में एकीकृत गणराज्य स्थापित करने का प्रयास किया। लेकिन ऑस्ट्रिया के चांसलर मीटरनिख द्वारा इन राष्ट्रवादी नागरिक आंदोलनों को दव दिया गया और भेजनी को इटली से पलायन करना पड़ा 1848 ईस्वी में जब फ्रांस सहित पूरे यूरोप में क्रांति का दौर आया तो मीटरनिख

को भी अंततः ऑस्ट्रेलिय

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छोड़ना पड़ा। इसके बाद इटली की राजनीति में पुणे में शनि का आगमन हुआ। किंतु ऑस्ट्रिया के हस्तक्षेप से इटली में हुए जनवादी आंदोलन को कुचल दिया गया। इस प्रकार भेजने की पुनः हार हुई और वह पलायन कर गया।

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